टमाटर के दाम 160 के पार, अब रसोईघर में गायब होता दिख रहा

टमाटर का इस्तेमाल लगभग सभी सब्जियों में किया जाता है | दरअसल टमाटर को एक सहायक सब्जी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है | किसी भी प्रकार की सब्जी या व्यंजन बनानें में अगर भरपूर स्वाद भरना है तो इसके लिए टमाटर होना जरुरी है | पूरी दुनिया में भोजन के साथ टमाटर का सलाद खाया जाता है यहाँ तक कि टमाटर के बिना सलाद अधूरा रह जाता है |इसीलिए टमाटर को सलाद का राजा कहते है सब्जियों में टमाटर ऐसा है, जिसकी खपत पूरे देश में सबसे अधिक है|


क्यों बढ़ रहा है टमाटर का रेट ?

टमाटर का सबसे अधिक उत्पादन मध्यप्रदेश, आंधप्रदेश, महाराष्ट्, कनार्टक, राजस्थान में होता है इन राज्यों में वर्षा अधिक होने के कारण टमाटर की फसल अत्यधिक प्रभावित हुई है, जिसके कारण इनके दामों में निरन्तर वृद्धि जारी है
टमाटर की फसल का एक बड़ा हिस्सा बारिश और बाढ़ की वजह से बर्बाद हो चुका है जिसकी वजह से भारत के बड़े शहरों में इसका भाव 140-160 रूपये प्रति किलो चल रहा है दूसरी वजह है कि इस बार टमाटर का उत्पादन बहुत कम मात्रा में हुआ है।


राजधानी लखनऊ में टमाटर के दाम

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सब्जियों के भाव आसमान छू रहे है । सबसे ज्यादा टमाटर की कीमतें बढ़ गई है. लखनऊ के दुबग्गा सब्जी मार्केट में कुछ हफ्ते पहले टमाटर 30 से 40 रुपए प्रति किलो बिक रहा था लेकिन आज यहां टमाटर 120 से 160 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि ना सिर्फ टमाटर बल्कि सभी हरी सब्जियों के दामों में 30 से 40 फीसदी तक इजाफा हुआ है.

हर वर्ष हजारों क्विंटल टमाटर बीमारी से खराब होते है

शुरुआत में टमाटर में एक छोटा काले रंग का दाग पड़ता है यह दाग टमाटर में मुख्यत:अर्ली और लेट ब्लाइट रोग के कारण होता है जो रातोंरात पूरे टमाटर को खराब कर देता है। हालांकि जब यह दाग लगना शुरू होता है, उस समय टमाटर कठोर बन जाता है। जैसे ही यह पूरी तरह से फैल जाता तो टमाटर को कमजोर कर पिलपिला कर देता है।

कब तक नीचे आएंगे टमाटर के दाम ?

टमाटर के भाव अचानक बढ़ जाने से दुकानदार और ग्राहक दोनों परेशान हैं । बढ़े हुए दामों की वजह से खपत कम हो गई है। लिहाजा टमाटर के थोक व्यापारियों का कहना है कि अगले एक महीने तक टमाटर के दाम बढ़े रहेंगे। नई फसल के मार्केट में आने के बाद ही दाम नीचे आने की उम्मीद है।